Amar Rashtranayak
ISBN: 978-93-596-4292-5
Format: 14.0x21.6cm
Liczba stron: 104
Oprawa: Miękka
Wydanie: 2023 r.
Język: hindi
Dostępność: dostępny
श्री हिमांशु जोशी देश-विदेश में बहुचर्चित साहित्यकार पत्रकार हैं। उन्होंने साहित्य और इलेक्ट्रानिक मीडिया की विभिन्न विधाओं में अनेक पुस्तकें लिखी हैं। उपन्यास, कहानी, कविता, यात्रा वृत्तांत, जीवनी, नाटक, साक्षात्कार आदि प्रकाशित पुस्तकों के अनेक विदेशी और भारतीय भाषाओं में अनुवाद भी प्रकाशित हुए हैं। जो लेखक की प्रतिभा और लोकप्रियता के परिचायक हैं।<br>ये रेडियो रूपक साहित्य की उस नई धारा के महराब हैं जो आने वाले समय में और सशक्त होती जाएगी क्योंकि आने वाला समय इलेक्ट्रानिक मीडिया यानी प्रसारण युग की ऊंचाईयों को छूने का युग है। जन-जन से जुड़ाव की कड़ी है। आज भी करोड़ों लोग पढ़-लिख नहीं सकते, लेकिन रेडियो सुनकर अपनी प्यास बुझाते हैं और नई दुनिया से परिचित होते हैं।<br>श्री हिमांशु जोशी को उनकी इन रचनाओं के लिए और पाठकों के लिए उनके रचनाधर्मी व्यक्तित्व के एक और पहलू से परिचित होने के लिए बहुत-बहुत बधाई।<br>डॉ. वीरेंद्र गोहिल