Katha-Lucknow-8 (कथा-लखनऊ-8)
Wersja papierowa
Autor:
Pandey Dayanand
Wydawnictwo:
Repro India LimitedISBN: 978-93-559-9195-9
Format: 14.0x21.6cm
Liczba stron: 194
Oprawa: Miękka
Wydanie: 2024 r.
Język: hindi
Dostępność: dostępny
73,50 zł
कहते हैं जादू सरसो पे पढ़े जाते हैं, तरबूज पर नहीं। तो लखनऊ वही सरसो है, जहां कहानियों का जादू सिर चढ़ कर बोलता है। कहानी मन में भी लिखी जाती है। सिर्फ कागज पर कलम से ही नहीं। उंगलियों से कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल पर ही नहीं। कहानी दुनिया भर में दुनिया की सभी भाषाओं में लिखी गई है। पर लखनऊ में जैसी और जिस तरह की कहानियां लिखी गई हैं और निरंतर लिखी जा रही हैं, कहीं और नहीं। हर शहर की अपनी तासीर होती है पर लखनऊ की तासीर और तेवर के क्या कहने।