Shiksha Osho Ki Drishti Mein (शिक्षा ओशो की दृष्टि में)
Wersja papierowa
Autor:
Swami Vairagya Anand
Wydawnictwo:
Repro India LimitedISBN: 978-81-8419-315-2
Format: 14.0x21.6cm
Liczba stron: 314
Oprawa: Miękka
Wydanie: 2024 r.
Język: hindi
Dostępność: dostępny
97,20 zł
ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।